4- फ्लैक्स आयल कैप्सूल
फ्लैक्स या अलसी का तेल एल्फा–लिनोलिन एसिड (ALA) से भरपूर है ! इसमें विटामिन- ई, ओमेगा 3 व ओमेगा-6 होता हैं ! इसमें ओमेगा-3 मछली के तेल के मुकाबले 50% ज्यादा होता है ! इसमें विटामिन B-1, B-2,B-6, पोटासियम, जिंक प्रोटीन और फाइबर होता है ! यह रक्तवाहिनियो में खून का थक्का बनने से रोकने में मदद करता है ! पुराने मधुमय रोगियो मे इन्सुलिन के निमार्ण मे सहायक हैं यह सभी आयु की महिलाओं के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह मासिक धर्म को सामान्य और रजोनिव्रती को सुगम बनता है ! यह दृष्टी बढ़ाने और मेहनत के बाद थकी मांसपेशियो को जल्दी तरोताजा बनाने में सहायक है ! यह कोलोस्ट्रोल और ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करता है ! यह दिल के रोग (Heart attack) अधरंग, गठिया, कैंसर, मोटापा, शूगर और जोडों के रोगों में उपयुक्त स्वास्थ्य-पोषक और है ! इसमें मौजूद एल्फा-लिनोलिन एसिड और लिग्नैन शोथ को कम करता है प्रतिरोधकता तन्त्र को सही ढंग से काम करने में मदद करता है !
खुराक : भोजन के पश्चात दिन में तीन बार एक–एक कैप्सूल !
फ्लैक्स या अलसी का तेल एल्फा–लिनोलिन एसिड (ALA) से भरपूर है ! इसमें विटामिन- ई, ओमेगा 3 व ओमेगा-6 होता हैं ! इसमें ओमेगा-3 मछली के तेल के मुकाबले 50% ज्यादा होता है ! इसमें विटामिन B-1, B-2,B-6, पोटासियम, जिंक प्रोटीन और फाइबर होता है ! यह रक्तवाहिनियो में खून का थक्का बनने से रोकने में मदद करता है ! पुराने मधुमय रोगियो मे इन्सुलिन के निमार्ण मे सहायक हैं यह सभी आयु की महिलाओं के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह मासिक धर्म को सामान्य और रजोनिव्रती को सुगम बनता है ! यह दृष्टी बढ़ाने और मेहनत के बाद थकी मांसपेशियो को जल्दी तरोताजा बनाने में सहायक है ! यह कोलोस्ट्रोल और ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करता है ! यह दिल के रोग (Heart attack) अधरंग, गठिया, कैंसर, मोटापा, शूगर और जोडों के रोगों में उपयुक्त स्वास्थ्य-पोषक और है ! इसमें मौजूद एल्फा-लिनोलिन एसिड और लिग्नैन शोथ को कम करता है प्रतिरोधकता तन्त्र को सही ढंग से काम करने में मदद करता है !
खुराक : भोजन के पश्चात दिन में तीन बार एक–एक कैप्सूल !
No comments:
Post a Comment